इंदौर में हवाला के काले धन की बड़ी खेप को पुलिस ने समय रहते पकड़ लिया। राजेंद्र नगर पुलिस ने एक ट्रेवल्स कंपनी की सतर्कता के चलते 1 करोड़ 30 लाख 50 हजार रुपये नकद जब्त कर इनकम टैक्स विभाग को सौंप दिए हैं। ये राशि 500-500 के नोटों की 260 गड्डियों के रूप में नमकीन के पैकेटों में छुपाकर मुंबई भेजी जा रही थी।
ट्रेवल्स संचालक को हुआ शक, पुलिस को दी सूचना
घटना राजेंद्र नगर क्षेत्र के राजरतन ट्रेवल्स की है। मंगलवार रात एक युवक द्वारा एक बड़ा पार्सल लाया गया, जिसे नमकीन बताकर मुंबई भेजने की बुकिंग करवाई गई। पार्सल बुक करते समय युवक की घबराहट ने ट्रेवल्स स्टाफ को संदेह में डाल दिया। संचालक को सूचना दी गई, जिन्होंने संदेह के आधार पर पैकेट खोलकर देखा तो उसमें 500-500 के नोटों की गड्डियां मिलीं।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किया रुपयों का खुलासा
सूचना मिलते ही राजेंद्र नगर पुलिस मौके पर पहुंची और पार्सल को जब्त कर लिया। जांच में सामने आया कि पार्सल में कुल 13 बंडलों में 260 गड्डियां थीं। ये रुपए भंवरकुआं क्षेत्र में रहने वाले कपिल सिंधी के माध्यम से मुंबई भेजे जा रहे थे।
आरोपी नवनीत वर्मा गिरफ्तार, पुलिस कर रही पूछताछ
पुलिस ने पार्सल लेकर आया युवक नवनीत वर्मा को गिरफ्तार कर धारा 151 के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया है। नवनीत ने पूछताछ में बताया कि वह टाइल्स का काम करता है और यह पैसा कपिल सिंधी से जुड़ा हुआ है। उसकी पत्नी भी इस नेटवर्क में शामिल हो सकती है। अब पूरे मामले की जांच इनकम टैक्स विभाग को सौंप दी गई है।
पहले भी करता था छोटे पार्सल की बुकिंग
ट्रेवल्स के स्टाफ ने बताया कि आरोपी नवनीत पिछले कई दिनों से रोज रात 8:15 बजे मुंबई जाने वाली बस में छोटे पार्सल भेजता था। वह हमेशा बस छूटने के 10-15 मिनट पहले आता और पार्सल रख देता था। इसी वजह से ट्रेवल्स संचालक को उस पर संदेह हुआ।
बिना सूचना खोला पार्सल, गुटखा भेजने की पुरानी घटना से जुड़ा था शक
ट्रेवल्स संचालक ने बताया कि कुछ समय पहले किसी ने पार्सल में गुटखा-तंबाकू भेज दिया था, जिस कारण उन पर कार्रवाई हुई थी। मुंबई में गुटखा प्रतिबंधित है, इसलिए इस बार संदेह होते ही उन्होंने बिना पार्सल मालिक को बुलाए ही पैकेट खोलकर जांच की और पुलिस को सूचना दी।
यह मामला इंदौर में हवाला कारोबार के नेटवर्क की गंभीरता को दर्शाता है। ट्रेवल्स कंपनी की सतर्कता और पुलिस की तत्परता से काले धन की एक बड़ी खेप मुंबई पहुंचने से पहले ही पकड़ ली गई। अब पूरे मामले की वित्तीय जांच इनकम टैक्स विभाग द्वारा की जा रही है।