इंदौर मेट्रो ने शनिवार को अपने पहले दिन की यात्रा सफलतापूर्वक पूरी की, जिसमें लगभग 2500 यात्रियों ने सफर किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल से वर्चुअली इस मेट्रो सेवा का शुभारंभ किया था, जिसके बाद मेट्रो ने देवी अहिल्या बाई होल्कर टर्मिनल से अपनी पहली यात्रा शुरू की।
पहले दिन की यात्रा: 11 मिनट में 5.9 किमी
मेट्रो ने 5.9 किलोमीटर की दूरी 11 मिनट में तय की, बिना किसी स्टेशन पर रुके। हालांकि, प्लेटफॉर्म गेट ऑटोमैटिक नहीं खुल सके और कर्मचारियों ने इन्हें मैन्युअली खोला और बंद किया। यह समस्या सेंसर की सेटिंग में गड़बड़ी के कारण उत्पन्न हुई।
रविवार से बढ़ेगा ट्रैवल टाइम
रविवार से मेट्रो का संचालन सुबह 8 बजे से शुरू होकर रात 8 बजे तक चलेगा। इस दौरान मेट्रो प्रत्येक स्टेशन पर रुकेगी, जिससे यात्रा समय बढ़कर 20 से 23 मिनट हो जाएगा।
टिकट व्यवस्था और किराया
पहले सप्ताह के दौरान मेट्रो की यात्रा निशुल्क रहेगी। दूसरे सप्ताह से डिस्काउंट रेट पर टिकट उपलब्ध होंगे, और टिकट की व्यवस्था मैन्युअल रहेगी। मेट्रो के किराए को 5 जोन में बांटा गया है, जिसमें न्यूनतम किराया 20 रुपये और अधिकतम 80 रुपये निर्धारित किया गया है।
कोच और ट्रेन संरचना
इंदौर मेट्रो में तीन कोच की ट्रेन होगी, जिसकी कुल लंबाई 67 मीटर होगी। हर कोच में आमने-सामने की लंबी सीटें हैं, और एक कोच में 45 यात्री बैठ सकेंगे। कोच में मोबाइल चार्जिंग के लिए पर्याप्त पॉइंट भी उपलब्ध हैं।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
यात्रियों ने मेट्रो की शुरुआत को ऐतिहासिक बताया। पूजा शर्मा ने कहा कि मेट्रो में सफर करना अच्छा अनुभव था, और बिंदु चौहान ने इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। शैलजा ने बताया कि उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंग बनाकर मेट्रो में सफर किया, जो अहिल्या माता की 300वीं जयंती के अवसर पर था।
भविष्य की दिशा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मेट्रो परियोजना का निरीक्षण किया और कहा कि यह शहर में यातायात के दबाव को कम करेगा। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में मेट्रो को उज्जैन तक बढ़ाने की योजना है, जिससे श्रद्धालु बाबा महाकाल की नगरी तक आसानी से पहुंच सकेंगे।