ऑपरेशन सिंदूर के बाद पूरे देश में राष्ट्रभक्ति और समर्थन की लहर दौड़ गई है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के ट्रक ऑपरेटरों ने देशसेवा का बीड़ा उठाया है। इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सेना को साढ़े सात लाख ट्रक देने की पेशकश की है।
“ऑर्डर मिले तो ट्रक लेकर खड़े हो जाएंगे” – एसोसिएशन अध्यक्ष सीएल मुकाती
एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर हम सभी गर्व महसूस कर रहे हैं। यदि सेना को ज़रूरत हो, तो हम 7.5 लाख ट्रक सैन्य सामान के परिवहन के लिए तत्पर हैं।
“हमने कारगिल युद्ध में भी सेना को 1000 ट्रक दिए थे। अब समय है फिर से साथ खड़े होने का।”
सेना के साथ कंधे से कंधा: छुट्टियां रद्द, ड्राइवर-कंडक्टर 24 घंटे तैयार
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने ड्राइवरों और कंडक्टरों की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं। यह निर्णय लिया गया है कि किसी भी आपात स्थिति में 24 घंटे के भीतर ट्रक रवाना किए जा सकें। ट्रक मालिकों और ऑपरेटरों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
पत्र में लिखा – “सिंदूर की लाज रखने वाली सेना को सलाम”
प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र में एसोसिएशन ने लिखा:
“हमारे देश की आन-बान-शान और बहनों के सिंदूर की रक्षा के लिए भारतीय सेना ने जो साहसिक कार्रवाई की है, उसे हम सलाम करते हैं। ऑपरेशन सिंदूर देश के हर नागरिक के लिए गर्व का विषय है। हम आपके आदेश की प्रतीक्षा में खड़े हैं।”
देशभक्ति से लबरेज पहल बनी मिसाल
जहां एक ओर सीमाओं पर सेना दुश्मन को जवाब दे रही है, वहीं देश के भीतर से भी ऐसी नागरिक पहलें यह साबित करती हैं कि भारत एकजुट है। एमपी का यह ट्रक एसोसिएशन केवल लॉजिस्टिक्स का ऑफर नहीं दे रहा, बल्कि देश के साथ खड़े होने की भावना को सार्वजनिक रूप से प्रकट कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद आई यह पहल दिखाती है कि सिर्फ हथियार नहीं, देशभक्ति और सहयोग ही भारत की असली ताकत है। साढ़े सात लाख ट्रक सिर्फ मशीनें नहीं, बल्कि देश की जनता का सेना के लिए प्यार और समर्पण हैं।