मुख्य बातें:
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45 अवैध दुकानों पर निगम की जेसीबी चली
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एक महीने पहले दी गई थी चेतावनी, फिर भी नहीं हटे अतिक्रमण
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दुकानदार बोले—बिना सूचना के हुई कार्रवाई, सामान तक नहीं बचा पाए
उज्जैन के सिंहस्थ क्षेत्र की शासकीय भूमि पर लगभग 9 साल से पसरा अतिक्रमण आखिरकार रविवार को हटाया गया। नगर निगम ने जिला प्रशासन और पुलिस की मदद से मकोड़ियाआम नाके से खाक चौक तक की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया। इस दौरान टीनशेड से बनी 45 अवैध दुकानें, कार गैरेज, कार वॉशिंग सेंटर, और गोदाम जेसीबी और पोकलेन की मदद से ध्वस्त किए गए।
कार्रवाई रविवार दोपहर 1.30 बजे से शाम 5 बजे तक चली। इसमें निगम ने 2 पोकलेन, 5 जेसीबी, 5 डंपर, एक क्रेन और दो फायर फाइटर का इस्तेमाल किया। टीम में एडीएम प्रथम कौशिक, निगम आयुक्त आशीष पाठक, अपर आयुक्त संदीप शिवा, एडिशनल एसपी नीतेश भार्गव, सीएसपी सुमित अग्रवाल और बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
निगम ने पहले ही कर दी थी मुनादी और नोटिस जारी
नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए करीब एक माह पहले मुनादी कराई गई थी। इससे पहले लिखित नोटिस भी दिए गए थे, पर दुकानदारों ने अतिक्रमण नहीं हटाया। मजबूर होकर निगम को सीधी कार्रवाई करनी पड़ी।
दुकानदारों की नाराजगी: “हमें समय नहीं दिया गया”
कार्रवाई के दौरान कई दुकानदारों ने विरोध जताया और कहा कि उन्हें सामान हटाने का मौका तक नहीं मिला। कुछ दुकानों में माल टूटने की शिकायतें भी सामने आईं। दुकानदारों का कहना है कि एक दिन पहले तक उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई थी।
मैरिज गार्डन पर कोर्ट का स्टे, नहीं हो सकी कार्रवाई
इसी क्षेत्र में बना एक मैरिज गार्डन भी कार्रवाई के दायरे में था, लेकिन कोर्ट से स्टे होने के कारण वहां तोड़फोड़ नहीं की गई। सिंहस्थ 2016 के बाद से इस क्षेत्र में लगातार अवैध निर्माण और व्यवसाय बढ़ते जा रहे थे, जो अब हटाए जा रहे हैं।
कब्जा हटाने की कार्रवाई से जुड़े तथ्य
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मकोड़ियाआम नाका से खाक चौक तक की भूमि सिंहस्थ क्षेत्र में आती है
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लगभग 40+ अवैध निर्माण इन वर्षों में खड़े हो गए थे
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सड़क तक वाहन पार्किंग और अतिक्रमण की वजह से ट्रैफिक भी प्रभावित हो रहा था
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अब तक केवल मैरिज गार्डन पर स्टे के चलते कार्रवाई रुकी है
कार्रवाई में शामिल अधिकारी और संसाधन
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एडीएम प्रथम कौशिक
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निगम आयुक्त आशीष पाठक
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अपर आयुक्त संदीप शिवा
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एडिशनल एसपी नीतेश भार्गव
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सीएसपी सुमित अग्रवाल
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2 पोकलेन, 5 जेसीबी, 5 डंपर, 1 क्रेन, 2 फायर फाइटर
निगम की चेतावनी: अब दोबारा कब्जा किया तो सीधे केस दर्ज होगा
नगर निगम अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जिस भूमि को खाली कराया गया है, वहां फिर से कब्जा करने की कोशिश की गई तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
सिंहस्थ क्षेत्र में वर्षों से चल रहे अतिक्रमण पर नगर निगम ने सख्त रुख अपनाते हुए रविवार को बड़ा एक्शन लिया। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश गया है कि अब शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि, सूचना न मिलने की शिकायतों और अदालत की रोक जैसी चुनौतियाँ भी प्रशासन को झेलनी पड़ीं।