मध्य प्रदेश के ग्वालियर से जम्मू जा रहे एक फौजी से रेलवे के एक टीटीई ने रिश्वत की मांग की। यह घटना ट्रेन संख्या 12919 मालवा एक्सप्रेस में 9 मई को सोनीपत और पानीपत के बीच हुई। सूबेदार विनोद कुमार दुबे, जो ड्यूटी के लिए जम्मू जा रहे थे, ने सामान्य टिकट और आर्मी आईडी दिखाकर यात्रा की अनुमति मांगी। इसके बावजूद, टीटीई ने जुर्माना लगाने की धमकी दी और जनरल कोच में जाने के लिए कहा।
रिश्वत की मांग और वीडियो वायरल
सूबेदार दुबे के अनुसार, उनके साथ यात्रा कर रहे अग्निवीर जाहिर खान से टीटीई ने 150 रुपये की रिश्वत ली। रिश्वत लेने के बाद, टीटीई ने टिकट पर कुछ लिखा, लेकिन रसीद नहीं दी। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें फौजी और टीटीई के बीच बहस साफ़ देखी जा सकती है।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
रेलवे अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया और आरोपी टीटीई दिलजीत सिंह को सस्पेंड कर दिया। भोपाल डिवीजन के डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी ने कहा कि जवानों को यात्रा में अधिकतम सुविधा प्रदान करने के निर्देश पहले ही दिए गए थे।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता
यह घटना रेलवे विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है। फौजी विनोद कुमार दुबे ने कहा कि इस प्रकार के भ्रष्टाचार से उनकी अंतरात्मा को ठेस पहुंची है। उन्होंने इस मामले को उजागर करने के लिए रेल मंत्रालय, पीएमओ और गृह मंत्रालय को ट्वीट किया। उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में कोई अन्य फौजी इस प्रकार के भ्रष्टाचार का शिकार न हो।
यह घटना न केवल रेलवे विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि नागरिकों और कर्मचारियों की जागरूकता से ही व्यवस्था में सुधार संभव है। फौजी विनोद कुमार दुबे की पहल से यह स्पष्ट होता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना आवश्यक है। रेलवे विभाग को इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।