भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर, ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (TAAI) ने तुर्की और अजरबैजान के लिए सभी बुकिंग्स और प्रमोशन तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी हैं। एसोसिएशन के अनुसार, इन देशों ने पाकिस्तान के आतंकवाद के समर्थन में बयान दिए थे, जिससे भारतीय ट्रैवल एजेंट्स में असंतोष उत्पन्न हुआ है।
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बुकिंग पर रोक
TAAI के मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष, श्री हमेंद्र सिंह जादौन के अनुसार, इन दोनों राज्यों के लगभग 250 ट्रैवल एजेंट्स ने तुर्की और अजरबैजान की बुकिंग्स पर रोक लगा दी है। उन्होंने सरकार से इन देशों के खिलाफ सख्त एडवाइजरी जारी करने की मांग की है।
2024 में तुर्की और अजरबैजान से भारतीय ट्रैवल एजेंट्स को हुआ था 5,000 करोड़ रुपये का कारोबार
2024 में, लगभग 2.75 लाख भारतीय पर्यटकों ने तुर्की की यात्रा की, जबकि 2.5 लाख से अधिक ने अजरबैजान का दौरा किया। प्रति यात्री औसतन 1.5 लाख रुपये का खर्च आता है, जिससे इन दोनों देशों से भारतीय ट्रैवल एजेंट्स को लगभग 5,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ।
जॉर्जिया, थाईलैंड और यूरोप की ओर बढ़ रहा रुझान
तुर्की और अजरबैजान की बुकिंग्स पर रोक के बाद, भारतीय पर्यटक अब जॉर्जिया, थाईलैंड, यूरोप और वियतनाम जैसे विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं। जार्जिया, जो यूरोप की सीमा से लगा हुआ है, भारतीय पर्यटकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनकर उभरा है।
ट्रैवल कंपनियों की प्रतिक्रिया
ईज माई ट्रिप, ट्रैवोमिंट और कॉक्स एंड किंग्स जैसी प्रमुख ट्रैवल कंपनियों ने तुर्की और अजरबैजान के लिए सभी पैकेज और बुकिंग्स तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दी हैं। इन कंपनियों ने मौजूदा बुकिंग्स को बिना किसी शुल्क के रद्द करने की सुविधा भी प्रदान की है।
यह कदम भारतीय ट्रैवल इंडस्ट्री की एकजुटता और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भविष्य में, यदि इन देशों की नीतियों में बदलाव होता है, तो भारतीय ट्रैवल एजेंट्स और पर्यटकों के लिए नए अवसर उत्पन्न हो सकते हैं।