मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार, 12 मई 2025 को बालाघाट जिले के लांजी में आयोजित एक विशेष समारोह में 64 पुलिसकर्मियों को ‘आउट ऑफ टर्न प्रमोशन’ प्रदान किया। यह प्रमोशन उन जवानों को दिया गया जिन्होंने नक्सल विरोधी अभियानों में अद्वितीय साहस और वीरता का प्रदर्शन किया।
वीरता का सम्मान: 64 जवानों को पदोन्नति
इस समारोह में 62 हॉकफोर्स के जवानों, एक पुलिस बल के जवान और 36वीं बटालियन के एक जवान को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन प्रदान किया गया। इन जवानों ने 19 फरवरी 2025 को लांजी के पितकोना क्षेत्र में एक नक्सली मुठभेड़ में भाग लिया था, जिसमें दो महिला नक्सलियों को मार गिराया गया था। इस साहसिक कार्रवाई के लिए उन्हें यह विशेष पदोन्नति दी गई।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा, “बालाघाट को देश के 12 सबसे नक्सल प्रभावित जिलों की श्रेणी से बाहर निकालने का श्रेय हमारे बहादुर पुलिस जवानों को जाता है। उनकी वीरता और समर्पण से सरकार और समाज दोनों गौरवान्वित हैं।” उन्होंने नक्सलियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा, “अब जो भी निर्दोषों का खून बहाएगा, झूठे लाल सलाम के नाम पर आतंक फैलाएगा, उसके लिए इस धरती पर कोई जगह नहीं बची है। या तो सरेंडर करो या मारे जाओगे।”
आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की सौगात
समारोह में मुख्यमंत्री ने बालाघाट में 69.80 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन भी किया। उन्होंने बताया कि बीजेपी सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में अब तक 11 नए आयुर्वेदिक कॉलेज खोले जा चुके हैं, और इस साल 8 नए मेडिकल कॉलेज भी शुरू होने वाले हैं।
169.80 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने 169.80 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया। इनमें लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण और अन्य विभागों के कई महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं।
इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, डीजी कैलाश मकवाना, सांसद, विधायक और पूर्व विधायक भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने बालाघाट के लांजी बावड़ी का भी निरीक्षण किया, जो जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत तैयार की गई है। यह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का बालाघाट का छठा दौरा था।
यह समारोह न केवल पुलिसकर्मियों की वीरता का सम्मान था, बल्कि प्रदेश सरकार की विकास योजनाओं और नक्सलवाद के खिलाफ जारी संघर्ष की भी एक महत्वपूर्ण झलक प्रस्तुत करता है।