भोपाल के करोंद क्षेत्र अंतर्गत पलासी गांव में शुक्रवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब एक घर के पीछे सुनसान इलाके में छह टुकड़ों में कटी हुई गाय के अवशेष मिले। इस मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य दो की तलाश जारी है।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दी सूचना, आरोपी मौके से भागे
निशातपुरा निवासी गौसेवक श्याम यादव ने बताया कि उन्हें लगातार गौकशी की घटनाओं की सूचना मिल रही थी। शुक्रवार सुबह 5 बजे जब वे अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे, तो दो युवक उनकी गाड़ियों को देखकर भाग खड़े हुए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस को मौके से मिले गौवंश के टुकड़े और एक बका
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां छह हिस्सों में कटी हुई गाय के टुकड़े मिले। इसके साथ ही घटनास्थल पर बड़ी मात्रा में खून और एक तेजधार बका बरामद हुआ है। पुलिस को एक और गाय भी वहां बंधी मिली, जिसे संभवतः अगला निशाना बनाया जाना था।
दो आरोपी गिरफ्तार, दो फरार
निशातपुरा थाना प्रभारी रूपेश दुबे के अनुसार, पुलिस ने रेहान और अरबाज नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी जहांगीराबाद के चर्च रोड क्षेत्र के निवासी हैं। फरार आरोपियों की पहचान आलम और सोहैल के रूप में हुई है, जिनकी तलाश की जा रही है।
गिरोह से जुड़े अन्य पहलुओं की हो रही जांच
पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि वे इस कृत्य को कितने समय से अंजाम दे रहे थे और अब तक कितने गौवंशों को काट चुके हैं। इसके अलावा यह भी जांच की जा रही है कि वे मांस को किसे और कैसे बेचते थे, जिससे पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके।
मकान की आड़ में सुनसान इलाके को बनाया अड्डा
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने एक मकान की आड़ में सुनसान स्थान को गौकशी के लिए चुना था, जिससे आसपास के लोगों को भनक न लगे। लेकिन लगातार मिल रही शिकायतों के बाद, श्याम यादव ने रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई, जो सफल रही।
आरोपी विशेष समुदाय से संबंधित, जांच में कोई पक्षपात नहीं
हालांकि सभी आरोपी एक ही विशेष समुदाय से संबंधित बताए जा रहे हैं, पुलिस का कहना है कि जांच निष्पक्ष रूप से की जा रही है और किसी प्रकार का पक्षपात नहीं होगा।
यह घटना भोपाल जैसे संवेदनशील शहर में सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाली हो सकती थी, लेकिन समय रहते कार्रवाई ने स्थिति को संभाल लिया। अब देखना यह होगा कि पुलिस जांच में कितनी गहराई तक जाती है और इस कृत्य से जुड़े अन्य लोगों को पकड़ने में कितनी सफलता मिलती है।