भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई 2025 को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल आएंगे, महारानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पीएम शामिल होंगे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है, जो रानी अहिल्याबाई की शासन नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास में एक बैठक आयोजित की, जिसमें कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की गई।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
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महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित आयोजन: भोपाल में आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित होगा। इसमें केंद्र और राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए शुरू की गई योजनाओं और उनके जीवन में आए सकारात्मक बदलावों को प्रदर्शित किया जाएगा।
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इंदौर मेट्रो को हरी झंडी: प्रधानमंत्री मोदी इंदौर मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर गांधी नगर से स्टेशन नंबर 3 के बीच मेट्रो सेवा को वर्चुअली हरी झंडी दिखा सकते हैं। हालांकि, मेट्रो के व्यावसायिक संचालन की तारीख अभी तय नहीं हुई है।
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सीएम की बैठक: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, राव उदय प्रताप सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बीजेपी का अहिल्याबाई पर केंद्रित अभियान
इंदौर की होल्कर वंश की रानी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के अवसर पर बीजेपी एक विशेष अभियान चला रही है। यह अभियान 21 से 31 मई तक चलेगा, जिसमें रानी अहिल्याबाई की शासन नीति, सामाजिक सुधार और सांस्कृतिक योगदान को उजागर किया जाएगा। इस दौरान बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता अहिल्याबाई के जीवन मूल्य, उनके दूरदर्शी शासन और धार्मिक-सांस्कृतिक योगदान के बारे में जनता के बीच जागरूकता फैलाएंगे। अभियान का उद्देश्य बीजेपी की समावेशी सुशासन की नीति को भी प्रचारित करना है।
विशेष कैबिनेट बैठक और सांस्कृतिक कार्यक्रम
महारानी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में 20 मई को इंदौर के ऐतिहासिक राजवाड़ा महल में एक विशेष कैबिनेट बैठक आयोजित की जाएगी। यह पहली बार होगा जब राज्य कैबिनेट इस धरोहर स्थल पर बैठक करेगी। बैठक में अहिल्याबाई की शासन नीति, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक-आर्थिक विकास के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। बैठक के बाद पारंपरिक मालवी भोजन का आयोजन भी किया जाएगा।
शिक्षा में अहिल्याबाई की विरासत
राज्य सरकार ने रानी अहिल्याबाई की शासनकाल से संबंधित दस्तावेजों को मोधी लिपि से हिंदी में अनुवादित कर पुस्तक रूप में प्रकाशित करने का निर्णय लिया है। यह पुस्तक स्कूल और कॉलेजों के पाठ्यक्रम में शामिल की जाएगी, ताकि युवा पीढ़ी को उनकी शासन नीति और सामाजिक योगदान के बारे में जानकारी मिल सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा और बीजेपी द्वारा आयोजित अभियान रानी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती को एक ऐतिहासिक अवसर बना रहे हैं, जो महिला सशक्तिकरण, सामाजिक सुधार और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।