भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में 8 मई 2025 को ‘AI भारत मध्य प्रदेश’ कार्यशाला का आयोजन हुआ, जिसमें प्रदेश की सरकारी सेवाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग पर चर्चा की गई। इस कार्यशाला का उद्देश्य शासन में AI के प्रभावी उपयोग के माध्यम से सेवाओं की गुणवत्ता और दक्षता में सुधार लाना था।
कार्यशाला का उद्देश्य और विषयवस्तु
‘AI भारत मध्य प्रदेश’ कार्यशाला में प्रदेश की नीतियों और टेक्नोलॉजी सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञों और आईएएस अधिकारियों ने सरकारी सेवाओं में AI के उपयोग पर चर्चा की। इस दौरान आधार में प्री-डॉक्यूमेंट फाइलिंग और फेस डिटेक्शन जैसी तकनीकों को शामिल करने पर भी विचार विमर्श किया गया। कार्यशाला में डिजिटल टेक्नोलॉजी, क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा सुरक्षा और आधार से जुड़ी नवाचार परियोजनाओं पर भी विशेष सत्र रखे गए थे।
भारत का पहला SD-WAN राज्य नेटवर्क
कार्यशाला में यह भी बताया गया कि मध्य प्रदेश ने डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए भारत का पहला SD-WAN आधारित राज्य नेटवर्क स्थापित किया है। यह नेटवर्क समाधान पूरे राज्य में सरकारी कार्यालयों को जोड़ने, डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है।
MPCERT: साइबर सुरक्षा की दिशा में एक कदम
इसके साथ ही कार्यशाला में मध्य प्रदेश साइबर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (MPCERT) की स्थापना की जानकारी दी गई, जो राज्य में डिजिटल सेवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करती है। साथ ही साइबर हमले या सुरक्षा में गड़बड़ी पर तुरंत कार्रवाई करती है।
आईटी पार्क केंद्रों की स्थापना
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा तकनीकी नवाचार और डिजिटल इंडिया अभियान को सशक्त बनाने के लिए राज्य में आईटी पार्क केंद्रों की स्थापना की गई है। इन पार्कों का उद्देश्य युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना, आईटी उद्योग को बढ़ावा देना, और राज्य को एक डिजिटल हब के रूप में विकसित करना है।
‘AI भारत मध्य प्रदेश’ कार्यशाला ने राज्य में डिजिटल क्रांति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। AI के उपयोग से सरकारी सेवाओं की दक्षता में सुधार होगा, डेटा सुरक्षा सुनिश्चित होगी, और युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। यह पहल मध्य प्रदेश को डिजिटल इंडिया के लक्ष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम और करीब ले जाएगी।