भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार ने एक निर्णायक और सख्त कदम उठाया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने एक एडवाइजरी जारी कर भारत में सभी ओटीटी और मीडिया स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स को पाकिस्तान से आने वाले डिजिटल कंटेंट पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंता, कंटेंट बैन की एडवाइजरी
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में लिया गया है, क्योंकि हाल के आतंकी हमलों का संबंध पाकिस्तान में मौजूद सरकारी और गैर-सरकारी तत्वों से रहा है। विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए हमले में कई भारतीय नागरिकों की मौत और घायल होने की घटनाओं ने देश में भारी आक्रोश पैदा किया है।
इसलिए मंत्रालय ने सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को पाकिस्तान में निर्मित वेब सीरीज, फिल्में, गाने, पॉडकास्ट और अन्य सभी डिजिटल मीडिया कंटेंट को तुरंत बंद करने का निर्देश दिया है, चाहे वे सब्सक्रिप्शन बेस्ड हों या फ्रीली उपलब्ध हों।
सूचना प्रौद्योगिकी नियम 2021 के तहत कार्रवाई
एडवाइजरी सूचना प्रौद्योगिकी नियम 2021 के भाग III के अंतर्गत दी गई है, जिसमें ‘कोड ऑफ एथिक्स’ का उल्लेख किया गया है। यह कोड सभी डिजिटल पब्लिशर्स को पालन करना आवश्यक बनाता है, विशेषकर उन मामलों में जहां देश की अखंडता और सुरक्षा का सवाल हो।
पहले भी हो चुका है बैन, लेकिन OTT रहे थे उदासीन
यह पहली बार नहीं है जब भारत ने पाकिस्तान से जुड़े मनोरंजन कंटेंट पर रोक लगाई हो। साल 2016 में उरी आतंकी हमले के बाद भी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर अनौपचारिक रोक लगाई गई थी। हालांकि उस समय कई ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने इस आदेश की अनदेखी की थी और कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था।
अब कोई ढील नहीं, सख्त अनुपालन की उम्मीद
इस बार मंत्रालय ने संकेत दिए हैं कि यदि कोई प्लेटफॉर्म इस एडवाइजरी का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। यह कदम न सिर्फ डिजिटल सीमाओं को लेकर भारत की स्पष्ट नीति को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि अब राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।