राजधानी भोपाल से सटे हुए रायसेन जिले के मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र में स्थित गैस एथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गैल) के गैस प्लांट में मंगलवार रात करीब 12 बजे रिसाव शुरू हो गया। गैस प्लांट में लिक्विड नाइट्रोजन गैस को पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) में बदलकर उद्योगों, पाइप के जरिए घरों और व्यावसायिक उपयोग के लिए सप्लाई की जाती है। प्लांट में गैस के रिसाव के बाद सुरक्षा उपायों को आजमाया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद प्लांट में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आनन-फानन में पुलिस और दमकल को सूचना दी गई।
इसके बाद राज्य आपदा मोचन बल (एसडीईआरएफ) को बुलाया गया। बुधवार सुबह एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची। बड़ी मशक्कत के बाद बुधवार सुबह करीब साढ़े दस बजे के बाद रिसाव को रोका जा सका। गैस के दुष्प्रभाव से लोगों को बचाने के लिए प्लांट के चारों तरफ एक किलोमीटर दायरे में रहने वाले लोगों को रात में ही हटाने के साथ पूरे क्षेत्र को बैरिकेडिंग कर खाली करा लिया गया। यहां किसी को घुसने की अनुमति नहीं दी गई। पूरे क्षेत्र में नगर सेना और पुलिस बल तैनात किया गया। कंपनी में लीकेज की बड़ी घटना होने के कारण जयपुर और दिल्ली से भी गैल कंपनी के अधिकारी पहुंचे। जयपुर से अधिकारी मंडीदीप पहुंचकर सेफ्टी की ऑडिट करना शुरू कर दिया है
ट्रैफिक रोका गया, मोबाइल फोन पर भी पाबंदी
प्रशासन ने ऐहतियातन मंडीदीप में उस क्षेत्र की ओर आने-जाने वाले सभी ट्रैफिक को रोक दिया। साथ ही, प्लांट के आसपास की सभी इंडस्ट्रियल यूनिट्स को निर्देश दिए गए कि वे उत्पादन बंद करें और मोबाइल फोन का प्रयोग न करें, जिससे किसी तरह की चिंगारी या दुर्घटना से बचा जा सके।
GAIL प्लांट D सेक्टर में स्थित, पास में बड़ा अस्पताल और कंपनी
यह प्लांट मंडीदीप के इंडस्ट्रियल एरिया के D सेक्टर में स्थित है। इसके नजदीक सिविल अस्पताल और प्रॉक्टर एंड गैंबल कंपनी का बड़ा प्लांट भी है, जिससे स्थिति की गंभीरता को और बढ़ा देता है।
बंगरसिया और सतलापुर तक होती है गैस सप्लाई
GAIL के इस प्लांट से न सिर्फ मंडीदीप, बल्कि बंगरसिया और सतलापुर की कई औद्योगिक इकाइयों को भी PNG (पाइप्ड नेचुरल गैस) की आपूर्ति की जाती है। रिसाव की घटना ने इन सभी इकाइयों में भी चिंता का माहौल बना दिया है।
स्थिति अब नियंत्रण में, प्रशासन ने संभाला मोर्चा
मंडीदीप इंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राजीव अग्रवाल ने पुष्टि की कि देर रात लेवल 3 का रिसाव हुआ था। प्रशासन को सुबह 5 बजे सूचना मिली, जिसके बाद तुरंत गैस रिसाव को रोका गया और प्रभावित क्षेत्र को सैनिटाइज किया गया। कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा ने बताया कि अब स्थिति नियंत्रण में है और खतरे की कोई बात नहीं है।
भविष्य के लिए सेफ्टी ऑडिट और SOP
कलेक्टर ने कहा कि इस घटना के बाद प्लांट की सेफ्टी का ऑडिट शुरू किया गया है। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए एक विस्तृत सुरक्षा SOP (Standard Operating Procedure) तैयार की जा रही है। एसपी पंकज पांडे ने भी जांच शुरू होने की जानकारी दी है, जिससे रिसाव के सही कारणों का पता लगाया जाएगा।