भोपाल में मेट्रो रेल परियोजना के तहत पुल बोगदा क्षेत्र में नए मेट्रो स्टेशन के निर्माण का कार्य प्रारंभ होने जा रहा है। 28 मई से 27 जून 2025 तक इस निर्माण के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए भोपाल ट्रैफिक पुलिस ने एक माह का डायवर्जन प्लान जारी किया है।
मेट्रो स्टेशन निर्माण के चलते बदली ट्रैफिक व्यवस्था
पुल बोगदा क्षेत्र में मेट्रो स्टेशन निर्माण के दौरान यात्रियों और वाहन चालकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र में भारी वाहनों के प्रवेश पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया गया है। डायवर्जन के तहत कुछ मार्गों पर केवल हल्के और दोपहिया वाहनों को ही सीमित रूप से अनुमति दी जाएगी।
इन मार्गों पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध
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प्रभात चौराहा से पुल बोगदा होते हुए भारत टॉकीज तक का मार्ग।
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प्रभात चौराहा से पुल बोगदा होते हुए जिंसी धर्म कांटा, मैदा मिल की ओर जाने वाला मार्ग।
इन मार्गों पर किसी भी प्रकार के बड़े वाहन (जैसे बस, ट्रक, मिनी ट्रक) का प्रवेश पूरी तरह निषिद्ध रहेगा।
हल्के और दोपहिया वाहनों के लिए बदलाव
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पुल बोगदा से शिव मंदिर रोड (जिंसी के सामने) तक जाने वाला मार्ग केवल एकतरफा खुला रहेगा।
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दोपहिया और हल्के वाहन चालक इस मार्ग का उपयोग केवल नियत दिशा में कर सकेंगे।
वैकल्पिक मार्ग
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प्रभात चौराहा
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परिहार चौराहा (अशोका गार्डन)
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80 फीट रोड
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स्टेशन बजरिया तिराहा
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भारत टॉकीज ओवरब्रिज
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संगम टॉकीज तिराहा
भारत टॉकीज से वापस प्रभात चौराहा की ओर लौटने वाले वाहन:
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संगम टॉकीज तिराहा
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भारत टॉकीज ओवरब्रिज
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स्टेशन बजरिया तिराहा
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80 फीट रोड
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परिहार चौराहा
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प्रभात चौराहा
जानकारी और सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर
यदि किसी वाहन चालक को डायवर्जन से संबंधित जानकारी या सहायता की आवश्यकता हो, तो वे निम्नलिखित यातायात नियंत्रण कक्ष के नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:
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0755-2677340
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0755-2443850
ट्रैफिक पुलिस की अपील
भोपाल नगरीय यातायात पुलिस ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि:
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वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।
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प्रतिबंधित मार्गों में अनावश्यक रूप से प्रवेश न करें।
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ट्रैफिक नियमों का पालन करें ताकि निर्माण कार्य में किसी प्रकार की बाधा न आए और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
भोपाल मेट्रो निर्माण कार्य शहर की प्रगति का प्रतीक है, लेकिन इसके चलते अस्थायी ट्रैफिक असुविधा हो सकती है। नागरिकों से अपेक्षा है कि वे संयम और सहयोग के साथ वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करें। यह बदलाव अस्थायी है, लेकिन इसका सकारात्मक प्रभाव आने वाले वर्षों में शहर की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को नई दिशा देगा।